मामला लीगल है के बाद रवि किशन की एक और जबरदस्त एक्टिंग वाली फिल्म हुई OTT पर रिलीज
Last Updated on April 30, 2024 by Priyanshi
अगर आप लोगो ने नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई “मामला लीगल है” वेब सीरीज देखी है तो उसमे सबसे ज्यादा अगर किसी के रोल ने प्रभावित किया था तो वो था रवि किशन का रोल। रवि किशन ने उस वेब सीरीज में एक वकील का किरदार निभाया था और इस सीरीज को सभी ने खूब सराहा था। यह सीरीज नेटफ्लिक्स पर अभी भी पसंद की जा रही है। और हाल ही में रवि किशन की जबरदस्त एक्टिंग वाली एक और हिंदी फिल्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज की जा चुकी है जिसका नाम है “लापता लेडीज”। इस फिल्म में भी रवि किशन का महत्त्वपूर्ण रोल है और रवि किशन की एक्टिंग तो देखते ही बनती है।
रवि किशन इस फिल्म में एक दरोगा का किरदार निभा रहे हैं जो उनके इलाके में लापता हुई एक दुल्हन को ढूढ़ने की कोशिश करता है। यह फिल्म एक सीधी सादी कहानी पर बनाई गई है और फिल्म पुराने समय में कैसी शादियां होती थी और उस समय लड़कियों की शिक्षा दीक्षा कैसी होती थी इस को दिखया गया है।
लापता लेडीज फिल्म पहले ही बड़े परदे पर रिलीज की जा चुकी है और अब यह नेटफ्लिक्स पर उपलब्ध है और हर कोई इस फिल्म की तारीफ कर रहा है। हाल ही डायरेक्टर हंसल मेहता और एक्टर सनी देओल ने भी इस फिल्म की तारीफ की और सभी से इस फिल्म को देखने की गुजारिश की।
लालता लेडीज हिंदी फिल्म का निर्देशन किया है किरण राव ने और फिल्म के निर्माता हैं आमिर खान, किरण राव और ज्योति देशपांडे ने। यह फिल्म मात्र 2 घंटे 4 मिनट की है। लेकिन इस फिल्म में आपको थोड़ा हसीं मजाक, थोड़ा रोना और थोड़ा सोचने को भी मिलेगा। इस फिल्म में पंचायत वेब सीरीज के भूषण जी ने हवालदार का रोल किया है।
इस फिल्म के सभी कलाकारों के नाम इस प्रकार हैं – नीतांशी गोयल, स्पर्श श्रीवास्तव, प्रतिभा रन्ता, अभय दूबे, छाया कदम, रवि किशन, भूषण। फिल्म की कहानी को लिखा है बिप्लब गोस्वामी ने।
लापता लेडीज हिंदी फिल्म की कहानी कुछ इस प्रकार है –
इस फिल्म में पुराने समय में गांव देहात में जैसे शादी होती है वैसे शादी होते हुए दिखाया गया है। एक जोड़ा (दीपक और फूल) जिनकी शादी हो जाती है वह अपने घर जाने के लिए ट्रेन में बैठता है तो देखता है की उसके आस पास दो और दुल्हनें बैठी रहती हैं और सभी की सभी घूँघट कर के रखी होती हैं। और जब इस जोड़े को उतरना होता है तो वह किसी और दुल्हन का हाथ पकड़कर ट्रेन से उतर जाता है।
जब वह गांव पहुँचता है तो घूँघट खोलने के बाद सब लोग दंग रह जाते हैं क्योकि वो दुल्हन नहीं होती जिसके साथ शादी हुई होती है। दीपक उसी समय रात को अपनी फूल को ढूढ़ने के लिए स्टेशन निकल जाता है और जो दुल्हन दीपक के साथ आई होती है वह दीपक के घर में ही रह जाती है। बहुत ढूंढने के बाद भी फूल नहीं मिलती जिससे दीपक बहुत दुखी हो जाता है और वह फूल के लापता होने का रिपोर्ट नजदीकी थाने में लिखाने के लिए जाता है जहां पर रवि किशन दरोगा होते हैं और वह दीपक से फूल का फोटो मांगते हैं लेकिन दीपक के पास फूल का घूँघट वाला फोटो होता है जिसमे उसका चेहरा नहीं दिखता।
इधर फूल को दूसरी दुल्हन का पति स्टेशन से उतरने को कहता है और जब फूल दीपक को नहीं देखती तो वह डर जाती है और वह स्टेशन पर ही एक कमरे में छुप जाती है। सुबह होने के बाद स्टेशन पर उसे छोटू मिलता है जो वह पर एक चाय की दुकान में काम करता है। चाय की दुकान एक दादी चलाती है जो फूल से पूछती है की उसके पति का क्या नाम है तो वह अपने पति का नाम नहीं बताती क्योंकि पहले की औरते अपने पति का नाम नहीं बताती थीं। फूल को अपने ससुराल के गांव का भी नाम नहीं पता होता लेकिन उसे इतना पता होता है की उसके ससुराल के गांव का नाम एक फूल के नाम पर पड़ता है। दादी और छोटू सभी फूलो के नाम लेते हैं लेकिन उनमे से किसी फूल का नाम उस गांव का नाम नहीं होता।
फूल उसी चाय की दुकान पर काम करने लग जाती है और उसे हमेशा विश्वास होता है की एक दिन उसका पति उसे जरूर ढूढ़ लेगा। इधर दरोगा जी को शक दीपक के साथ आई उस लड़की पर होता है, वह उस पर निगरानी करते हैं, उसकी सभी गतिविधियां भी शक करने वाली होती हैं। अब इस फिल्म में आगे क्या होगा यह आपको फिल्म देखने के बाद पता चलेगी। फिल्म नेटफ्लिक्स पर उपलब्ध है आप सब जाइये और देखकर बताइये की आप सभी को यह फिल्म कैसी लगी और रवि किशन की एक्टिंग कैसी लगी।