हाथी मेरे साथी भोजपुरी फिल्म का ट्रेलर हुआ रिलीज यश कुमार है लीड रोल में
Last Updated on September 11, 2024 by Priyanshi
हाथी मेरे साथी एक भोजपुरी फिल्म का नाम है जिसका ट्रेलर हाल ही में रिलीज किया गया है। इस फिल्म में यश कुमार मुख्य भूमिका में हैं और उनके साथ में हैं रक्षा गुप्ता। ये दोनों एक हाथी को बचाते हुए इस फिल्म में नजर आ रहे हैं। आइये जानते हैं हाथी मेरे साथी भोजपुरी फिल्म की सारी जानकारी जैसे की फिल्म का ट्रेलर कब रिलीज हुआ, फिल्म रिलीज डेट, फिल्म के सभी कलाकार और फिल्म की कहानी इत्यादि।
9 सितम्बर को रिलीज हुआ है हाथी मेरे साथी भोजपुरी फिल्म का ट्रेलर
यश कुमार और रक्षा गुप्ता अभिनीत इस फिल्म का ट्रेलर 9 सितम्बर को रिलीज किया गया है। यह ट्रेलर यश कुमार के अपने चैनल यश कुमार एंटरटेनमेंट यूट्यूब चैनल पर रिलीज किया गया है। यह फिल्म विद्युत् जामवाल की हिंदी फिल्म जंगली से मिलती जुलती फिल्म है। फिल्म का ट्रेलर कुल 4 मिनट 37 सेकंड का है। और फिल्म के ट्रेलर से फिल्म की कहानी बिलकुल साफ साफ पता चल जा रही है।
ये हैं इस फिल्म के सारे कलाकार
इस फिल्म के सारे कलाकार कुछ इस प्रकार हैं – यश कुमार्र, रक्षा गुप्ता, अमित शुक्ला, बालेश्वर सिंह, सूर्या द्विवेदी, हीरा यादव, पूजा गुप्ता, ओपी कश्यप, मंतोष सिंह, आर्यन गुप्ता मिंटू, चाहत राज, शौर्य पाठक।
देखें हाथी मेरे साथी भोजपुरी फिल्म के निर्माता और निर्देशक के नाम
इस फिल्म के निर्माता और निर्देशक और अन्य सदस्यों के नाम कुछ इस प्रकार हैं –
- निर्देशक: संजय श्रीवास्तव
- निर्माता: यश कुमार एंटरटेनमेंट
- लेखक: यश कुमार
- पटकथा एवं संवाद : राकेश त्रिपाठी
- डीओपी: जहांगीर सैय्यद
- संपादक: गुरजंट सिंह
- कोरियोग्राफर: प्रवीण शेलार
- संगीत : मुन्ना दुबे
- गीतकार: राजेश मिश्रा और शेखर मधुर
- गायक: आलोक कुमार, प्रियंका सिंह, जतिंद्र सिंह
- कार्यकारी निर्माता: शैलेन्द्र सिंह
- सह निदेशक: आज़म शेख
- एसोसिएट डायरेक्टर: अशोक श्रीवास्तव
- पोस्ट प्रोडक्शन: आई फोकस स्टूडियो (विजय दिनेश), और वोट प्रोडक्शन
- डीआई : इंद्रजीत यादव
- कॉस्ट्यूम डिजाइनर: नानू फैशन (विद्या विष्णु)
- मेकअप: खलील रहमान
- कला :अवधेश राय
- फिर भी : पंकज सक्सैना
- डबिंग रिकॉर्डिस्ट: अशोक यादव
- प्रचार डिज़ाइन: नरसू
- पीआरओ: श्रवेश कश्यप
- म्यूजिक ऑन: यश कुमार म्यूजिक
जानें क्या है हाथी मेरे साथी भोजपुरी फिल्म की कहानी में?
इस फिल्म की कहानी के बारे में बात करें तो यह पूरी तरह से ड्रामा पर आधारित है। फिल्म में यश कुमार का परिवार एक जंगल के पास रहता है। उनकी सिर्फ माँ रहती हैं जो की जंगल से लकड़ियां काटकर खाना बनाती हैं और उसी जंगल में बहुत सारे शिकारी जंगली जानवरों जैसे की हाथी इत्यादि को मारकर उनके शरीर के अंग बेचते हैं। हाथी का शिकार सबसे ज्यादा होता है क्योकिं हाथी के दांत बहुत ऊँची कीमत में बिकते हैं।
यश कुमार जब बच्चे थे तब एक हाथी का बच्चा उन्हें मिलता है जिसकी माँ को शिकारी गोली मारकर उसका दाँत निकाल लेते हैं। और फिर वह बच्चा अकेला हो जाता है क्योकि उसके दाँत नहीं निकले होते इसलिए शिकारी उसे जंगल में छोड़ देते हैं। और वह हाथी का बच्चा एक जगह बैठा रहता है। फिर यश कुमार को उस हाथी के बच्चे पर दया आती है और वे अपनी माँ को कहते हैं की उस हाथी को अपने पास रख लेते हैं और उसको अपना बड़ा भाई भी मान लेते हैं। हाथी का नाम रख देते हैं गंगा।
समय के साथ गंगा और यश कुमार दोनों बड़े हो जाते हैं और गंगा को एक सुनहरे रंग का दाँत निकलता है और एक सफेद रंग का। और एक दिन अचानक यश कुमार की माँ का देहांत हो जाता है और गंगा और यश कुमार का ख्याल रखने के लिए रक्षा गुप्ता आ जाती है जो की उसी गांव में रहती हैं।
यश कुमार और रक्षा गुप्ता शादी कर लेते हैं और अपना जीवन हसीं ख़ुशी से बिताने लगते हैं लेकिन जंगल में जो शिकारी आते थे हाथी का दाँत चुराने वो एक नागा (अमित शुक्ला) के आदमी होते हैं। शिकारी दाँत निकाल कर नागा को देते थे और नागा उन्हें विदेशियों को बेच देता था। और जब शिकारियों को यश कुमार मार कर उनसे दाँत छीन लेते हैं तो नागा यश कुमार के घर जाता है और वहां पर उस हाथी का गोल्डन दांत देख लेता है।
नागा के साथ एक और आदमी रहता है जो कहता है की नागा मैंने ऐसा हाथी का दाँत पूरी दुनिया में नहीं देखा, तुम चाहे जितनी कीमत ले लो लेकिन मुझे वह गोल्डन दाँत चाहिए। और फिर नागा के आदमी गंगा को पकड़ ले जाते हैं जिसको बचाने के लिए यश कुमार जाते हैं और बचा भी लाते हैं। यही पर फिल्म की कहानी समाप्त हो जाती है।
देखें हाथी मेरे साथी भोजपुरी फिल्म का ट्रेलर